बृहस्पति ग्रह की शान्ति के लिए 7 सरल व सटीक उपाय, भाग्य मंथन, गुरु राहुलेश्वर जी

बृहस्पति ग्रह शान्ति के लिए 7 सरल व सटीक उपाय

नमो नारायण मित्रों मैं राहुलेश्वर स्वागत करता हूँ आपका भाग्य मंथन में।

मित्रों आज हम जानेगें बृहस्पति ग्रह के बुरे प्रभाव को शान्त करने वाले 7 सरल उपाय, यह उपाय सिद्ध और बहुत सरल है। ईश्वर में आस्था रखते हुऐ पूरे भक्ति भाव से यदि इन्हें किया जाये तो निश्चित रुप से बृहस्पति देव का बुरा प्रभाव दूर होगा और सफलता प्राप्ति होगी।

आप कब इन उपायों कर सकते है पहले यह जान लीजियें।

  • जन्म कुण्डली के आधार परः

यदि आपकी जन्म-कुण्डली में बृहस्पति नीच राशि में हो, शत्रु राशि में हो, खराब प्रभाव में हो, किसी शत्रु ग्रह के साथ बुरा योग बना रहे हो, राहु से दृष्ट हो, शनि के दृष्टि प्रभाव में हो, शनि के साथ हो, गुरु चांडाल योग बना रहे हो, किसी स्थान पर बैठकर स्थान हानि कर रहे हो, केन्द्रधिपतिदोष से पीडित हो।

  • समस्याओं के आधार परः

जीवन अस्थिर हो, छुपे विरोधी कार्यों में बाधा डालते है, विवाह नही हो रहा हो, विवाह होने के पश्चात् घर में क्लेश, पेट सम्बन्धी दिक्कतें रहना, बच्चे होने में दिक्कत आ रही हो, आत्मविश्वास में कमी महसूस होती है, तो आप इन उपायों को कर सकते है।

  1. रोज स्नान के जल में थोडी कच्ची हल्दी का रस और थोडा केसर मिलाकर स्नान करें।
  2. पीपल का वृक्ष साक्षात् बृहस्पति का रुप है, इसकी सेवा से बृहस्पति देव के सारे बुरे प्रभाव बहुत जल्दी समाप्त हो जाते है, इसलिए आपको पीपल के वृक्ष को जल जरुर देना चाहिए।
  3. बृहस्पति की सबसे बडी रुकावट राहु और बुध होते है और इन दोनों ग्रहों के अन्तर्गत पक्षी आते है, जब भी ज्यादा समस्या बढे तो पिंजडों में बन्द पक्षियों को आजाद करवायें तुरन्त समस्याऐं दूर होगी।
  4. बृहस्पतिवार के दिन भीगी हुई चने की दाल और गुड गाय माता को खिलायें।
  5. केले की जड़ स्वर्ण में जड़वाकर पीले रंग के ऊन के धागे में बृहस्पतिवार के दिन धारण करें।
  6. वर्ष में दो बार घर में सत्यनारायण कथा का आयोजन करें और घर की स्त्रियों को श्रृंगार का सामान भेंट करें।
  7. गुरुजनों की सेवा करें, समय-समय पर उनकी कुशलता पूछें और माता-पिता की कभी अवहेलना न करें।

 ध्यान देने वाली बातः बृहस्पतिवार के दिन सर पर तेल न लगायें, कपडे न धोयें, नाखून और बाल न काटें।

इन सात सरल उपायों को करने से बृहस्पति के बुरा प्रभाव धीरे धीरे शान्त होने लगता है।

आज के लिए इतना ही कल फिर मिलेगें ज्ञान यात्रा में, तब तक के लिए आज्ञा चाहते है आपका जीवन शुभ व मंगलमय हो।

।। नमो नारायण ।।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *