होली पर 5 समस्याओं का सटीक समाधान, भाग्य मंथन, गुरु राहुलेश्वर जी

होली पर 5 समस्याओं का सटीक समाधान

नमो नारायण मित्रों, मैं राहुलेश्वर स्वागत करता हूँ आपका भाग्य मंथन मे ।

मित्रों होली का त्योहार आने वाला है और बहुत सारी खुशियाँ और बहुत सारी समस्याओं का हल लाने वाला है। होली से एक दिन पहले रात्रि में होलिका दहन होता है इस दिन से होली के दिन की रात्रि तक का समय कुछ खास उपाय करने का होता है जिन्हें करने से जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता प्राप्ति होती है। आईये जाने यह महत्वपूर्ण पाँच उपाय कौन से हैं।

  1. होली से एक दिन पहले होलिका दहन होता है इस दिन आप परिवार के ऊपर लगी हुई नजर दोष, टोक, छल छिद्र का बहुत ही अच्छा उपचार कर सकते है। इस दिन एक नीले या काले रंग का कपड़ा ले लीजियें इसमें 5 टुकड़े जटामांसी, 11 ईलायची, 11 कपूर की डलियाँ, थोड़ी काली उड़द, एक मुठ्ठी पीली सरसों, आधी मुठ्ठी काले तिल, 3 गोमती चक्र, एक लोबान का टुकड़ा और थोड़ा इत्र डाल लीजिये और इस पोटली को बन्द कर लीजिये। इसके पश्चात् रात्री में परिवार के सभी सद्स्यों के उपर से इस पोटली को उसार करकें होलिका दहन में डाल दीजियें।

 

  1. दूसरे उपाय भी होलिका दहन से ही सम्बन्धित है और इस उपाय से आपके परिवार को सभी दिशाओं से सुरक्षा मिलेगी। सभी युगों में माँ काली जागृत रुप में रहती है इनके पूजन से मन, मस्तिष्क की पीड़ा शान्त होती है। काले कलयुग में दुराचारियों से रक्षा के लिए इनकी शरण लेना बहुत जरुरी है। होलिका दहन वाले दिन सूर्यास्त होने के पश्चात माँ काली के मन्दिर में जरुर जायें और माँ काली को 11 या 21 नींबू से बनी माला अर्पण करें।

 

  1. होली से पहले के आठ दिन काफी भारी और नकारात्मक प्रभाव देने वाले होते है जिन्हें होलाष्टक भी कहा जाता है। होलाष्टकों के समय ही श्री विष्णु प्रिय प्रहलाद को मृत्युतुल्य यातनाऐं दी गयी थी लेकिन फिर भी अपनी भक्ति की शक्ति के बल पर वह सभी समस्याओं से निकल गये। यह समय पालनहार विष्णु जी को प्रसन्न करने के लिए सर्वोत्तम है इसलिए इस समय पर भगवान् विष्णु के गायत्री मंत्र का मन ही मन जाप करना चाहिए।

गायत्री मंत्र इस प्रकार है। – ओऊम नारायणाय विधमहे । वासुदेवाय धीमही । तन्नो विष्णु प्रचोदयात् ।।

 

  1. होली की सुबह का समय भी आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। दूसरी कथा के अनुसार होलाष्टक के समय पर ही मैथुनी सृष्टि को चलाने के लिए कारक कामदेव ने अपने कामबाणों के प्रहार से भगवान शिव की तपस्या भंग करी थी जिसके पश्चात् कामदेव को भगवान शिव ने अपने तीसरे नेत्र की ज्वाला से भस्म कर दिया था। इसके पश्चात् सभी देवी-देवों की प्रार्थना और स्तुति के बाद भगवान शिव ने कामदेव को दुबारा जीवन दिया था। इसलिए होली के दिन शिवलिंग का अभिषेक गाय के कच्चे दूध से करने के पश्चात् शिवलिंग पर गुलाल जरुर अर्पण करना चाहिए।

 

  1. होली से सम्बन्धित अन्तिम उपाय भी आपके लिए बहुत खास और जरुरी है। त्रृणात्मक मंगल के प्रभाव के चलते जीवन में कर्जा, मतीभ्रम, लडाई झगड़ा और दुर्घटनाऐं अधिक होती है इन सभी समस्याओं के समाधान के लिए इस समय आप हनुमान जी की शरण में जायें तो आपके लिए बहुत अच्छा रहेगा। होली की रात्रि में हनुमान मन्दिर जरुर जायें और हनुमान जी को इत्र, पान, मिष्ठान और गेदें के पुष्पों की माला अर्पण करें।

 

मित्रों होली के त्योहार पर नशे से दूर रहें, स्त्रियों का सम्मान करें, आपसी भाई चारा बढायें। आपका जीवन शुभ व मंगलमय हो।

 

।। नमो नारायण ।।

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