नमो नारायण मित्रो, मैं राहुलेश्वर स्वागत करता हूँ आपका भाग्य मंथन में।
गणेश चतुर्थी के अवसर पर आज हम जानेगें की विघ्नहर्ता श्री गणेश की पूजा में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
पहले हम जानेगें क्या करना चाहिए।
- भगवान श्री गणेश के पूजन में मोदक का भोग जरुर लगाना चाहिए जन्म से ही माता पार्वती श्री गणेश को मोदक खिलाती थी जोकि श्री गणेश को बहुत पसन्द है, इसलिए आप भी जब गणेश चतुर्थी पर गणेश पूजन करें तो मोदक का भोग जरुर लगायें।
- एक समय पर दैत्य अनलासुर के आतंक को दूर करने के लिए श्री गणेश ने अनलासुर को निगल लिया और उसे अपने उदर में भस्म कर दिया इससे श्री गणेश के उदर में भीषण अग्नि और असहनीय पीडा उत्पन्न हुई इस पीडा को दूर करने के लिए कश्यप ऋषि ने दुर्वा की 21 गाँठें औषधी के रुप में श्री गणेश को दी और गणेश जी की उदर पीडा ठीक हो गयी, तब से गणेश जी को दुर्वा चढायी जाने लगी।
- गणेश जी को गेदें का फूल बहुत प्रिय है इसलिए जब भी गणेश पूजन करें तो गेदें का फूल जरुर प्रयोग करें।
- शंख ध्वनि श्री गणेश को बहुत प्रसन्न करती है, शंख ध्वनि से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और शंख ध्वनि से वायु में स्थित सूक्ष्म कीटाणुओँ का भी नाश हो जाता है इसलिए गणेश पूजन में शंख ध्वनि जरुर करें।
- पाँच प्रकार के फलों में केला जरुर चढायें मोदक की तरह ही श्री गणेश को केला भी बहुत पसन्द है।
अब हम जानेगें भूलकर भी क्या नही करना चाहिए।
- भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को चन्द्रमा के दर्शन नही करने चाहिए, चन्द्रमा ने इस दिन श्री गणेश को देखकर उनका उपहास उडाया था जिसके चलते श्री गणेश ने चन्द्रमा के अहंकार को तोडने के लिए उन्हें श्राप दिया की जो व्यक्ति आज के दिन तुम्हें देखेगा उस पर झूटा आरोप लगेगा और निंदा का पात्र बनेगा।
- श्री गणेश में पूरी सृष्टि वास करती है चाहे वह शुभ हो या अशुभ, भगवान गणेश के सामने खडे होकर जब हम वन्दना करते है तो हमें ऋद्धि सिद्धि शुभ लाभ और सभी आर्शिवाद प्राप्त होते है लेकिन पीठ दर्शन से हमें दरिद्रता प्राप्त होती है, क्योंकि भगवान गणेश की पीठ पर दरिद्रता का वास रहता है इसलिए कभी भी भगवान श्री गणेश के पीठ दर्शन नही करने चाहिए।
- भगवान श्री गणेश पर कभी भी तुलसी नही चढानी चाहिए इससे घोर विपत्ति आती है और मानहानि होती है।
- घर के मन्दिर में गणेश जी की खडी हुऐ कोई मूर्ति नही रखनी चाहिए और जहाँ मूर्ति रखे भी वहाँ बिना आसन के नही रखनी चाहिए इससे घर पर घोर संकट आता है।
- गणेश जी की मूर्तियाँ कभी भी घर मे विषम संख्या में नही होनी चाहिए इससे घर का नाश हो जाता है। उदाहरण 1, 3, 5। गणेश जी की मूर्तियाँ सदैव सम संख्या में घर में होनी चाहिए जैसे 2, 4, 6।
इस गणेश चतुर्थी इन खास बातों का ध्यान जरुर रखें और गणपति बप्पा का पूजन दिल लगा कर करें, गणपति बप्पा आप सभी के विघ्नों का नाश करें और अपनी कृपा आप सभी पर बनाये रखें।
आज के लिए इतना ही, आपका जीवन शुभ व मंगलमय हो।
।।नमो नारायण।।