मूलाँक 1, भाग्य मंथन, गुरु राहुलेश्वर जी

मूलाँक 1 ( अंक शास्त्र )

 नमो नारायण मित्रों, मैं राहुलेश्वर, स्वागत करता हू आपका भाग्य मंथन में।

मित्रों आज हम बात करेगे अंक ज्योतिष शास्त्र की जिसमें अंको को आधार बनाकर भविष्य जाना जाता हैं स विधा का प्रयोग दक्षिण भारत में वैदिक काल से ही किया जाता रहा है बाद मे पश्चिमी सभ्यता ने इसे अपनाया और विस्तार किया ।

1 से लेकर 9 अंक मे सब कुछ समेट कर भविष्य कथन की इस विधि को आप भी समझिये और रोजर्मरा के जीवन में इसक प्रयोग करके लाभ उठाईये।

आज हम बात करेगें अंक 1 के बारे में  जिनका जन्म किसी भी महिने की 1,10,19,28 तारीख में होता है उनका जन्म मूलाँक 1 होता है। अंक 1 पर सूर्य ग्रह का आधिपत्य आता है। अंक 1 में जन्में लोगो में एक विशेष आकर्षण होता हैं, जैसा सूर्य की किरणों में होता हैं, जिस तरह सूर्य अपना प्रकाश चारों दिशाओं मे बिखेरता हैं और पूरी सृष्टि मे ऊर्जा का संचार करता हैं, उसी प्रकार 1 अंक में जन्मा व्यक्ति भी चारों दिशाओं में सबको आकर्षित व अपने ज्ञान के माध्यम से लाभान्वित करता हैं।

  • 1 अंक की प्रकृति – 1 अंक में जन्म लेने वाले लोग बहुत ऊर्जावान कार्यो में सक्रिय, स्वभाव में थोड़े अहंकारी और कार्यो को लेकर थोड़े जुनूनी होते हैं, कला के प्रेमी और कला की तारीफ करने वाले होते हैं। 1 अंक वाले लोग कभी किसी के पीछे चलकर काम करने वाले नही होते, इनके स्वभाव में ही लीडर वाले गुण होते हैं, यह पुरानी गलत रीतियों को न मानने वाले होते है, अपनी गलती को कबूलने मे ये लोग स्वंय को छोटा महसूस नही करते। धन सम्बन्धी मामलों में अकसर यो ईमानदार होते हैं, जीवन को लेकर इनका दृष्टिकोण बहुत सीधा होता है, हंसता हुआ चेहरा और सूर्य की तरह नियम से चलना 1 अंक मे पैदा होने वाले लोगों की मुख्य पहचान हैं।
  • अंक 1 का पेशा व आजीविका – 1 अंक मे जन्मे लोग साधारणतया मानसिक कार्यों से धन उपार्जन के पक्ष में रहते हैं न कि शारीरिक श्रम से, इस गुण के कारण ज्यादातर लेखक 1 अंक वाले पाये जाते हैं, शोधो से पता चलता हैं कि 1 अंक वाले ज्यादा लोग राजनीतिक लीडर, मेडिकल सरजन, कैप्टन, अम्बैसडर, वैज्ञानिक, रिसर्च कार्यों  को करने वाले होते हैं।
  • अनुकूल राशियाँ  और अंक – आपको किसी के साथ कोई व्यापार करना हो, मित्रता करनी हो या किसी भी कार्य में साथ चाहिए हो तो  आपके लिए सबसे अनुकूल जन्म राशि मेष, सिंह, धनु हैं। और मूलाँक के हिसाब से 1,3,5,9 आपके लिए शुभ है।
  • अनुकूल अक्षर – आपके लिए सबसे अनुकूल अक्षर A, J, S, C, L, U, I, R
  • अनुकूल रत्न – गुलाबी माणिक्य, लाल माणिक्य, गुलाबी पुखराज धारण करने से आपको विशेष सफलता मिलेगी और जीवन में सफलता तेज गति से प्राप्त होगी।
  • शुभ दिशा – वैसे तो शुभ अशुभ जीवन का हिस्सा है लेकिन फिर भी घर से निकलने के पश्चात् पूर्व दिशआ की तरफ जो कार्य करने निकलेगें उनमे सफल होगें, पूर्व दिशा आपके लिए विशेष रूप से शुभ हैं। क्योकि पूर्व दिशा पर सूर्य ग्रह अर्थात 1 अंक का आधिपत्य है।
  • शुभवार – रविवार, बुधवार, बृहस्पतिवार आपके लिए विशेष रूप से शुभ हैं। कोई भी बड़ा कार्य इन वारों में करें तो आपके लिए विशेष शुभ रहेगा।
  • शुभ दिनाँक – 13,10,12,19,21,28,30 तारीखें आपके लिए विशेष शुभ हैं। बृहस्पतिवार का अंक तीन आपके लिए विशेष शुभ रहेगा। क्योंकि 3 अंक के साथ आपकी शक्ति संतुलित रहती है।
  • शुभ यंत्र – सूर्य का अंक यन्त्र स्वर्ण या ताबें में बना हुआ और बृहस्पतिवार का अंक यन्त्र पीतल में बना हुआ विशेष शुभ हैं।
  • शुभ रंग – सफेद, नारंगी, लाल, पीला विशेष शुभ हैं। वाहन, घर की दीवारों का रंग, वस्त्र, परदें इस रंग के प्रयोग करें तो आपके लिए बहुत शुभ रहेगा।
  • शुभ मंत्र – गाय़त्री मंत्र का जाप आपके लिए विशेष शुभ हैं।
  • मुख्य बिमारियाँ – हृदय सम्बन्धी रोग, ब्लड प्रेशर, आखों  से सम्बन्धित रोग 1 अंक  वालों को ज्यादा होते हैं इसलिए इनसे खुद को ज्यादा बचाएं।
  • अशुभ महिनें – जुलाई, अक्टूबर, दिसम्बर का महिना आपके लिए थोड़ा अशुभ हैं, इन महिनों मे अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए।

 आज के लिए इतना ही कल फिर मिलेगें ज्ञान के बढते रथ के साथ भाग्य मंथन में, तब तक के लिए आज्ञा चाहते है, आपका दिन शुभ व मंगलमय हो।

 ।। नमो नारायण ।।

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