सूर्य पर्वत और सूर्य रेखा के ऊपर काला तिल

नमो नारायण मित्रो, मैं राहुलेश्वर स्वागत करता हूँ आपका भाग्य मंथन में.

मित्रो आज हम जानेगे हस्तरेखा विज्ञान में आपके हाथ का तिल आपके लिए शुभ है या अशुभ सूर्य गृह के हिसाब से.

मित्रो सामान्यतः आम बोल चाल में आपको सुनने में आता होगा की मुठी के अंदर का तिल बहुत ही सौभाग्यशाली होता है परन्तु यह सुनी सुनाई अधूरी बात है. इस तथ्य के बारे में हम आपको विस्तृत में बताएँगे की मुठी के अंदर तिल की शुभ व अशुभ बाते क्या होती है.

आज हम बात करेंगे सूर्य पर्वत और सूर्य रेखा के ऊपर की जब कला तिल होता है तो उसके क्या प्रभाव होते है.

आइये सबसे पहले सूर्य पर्वत और सूर्य रेखा की पहचान करते है हाथ में सूर्य पर्वत अनामिका ऊँगली के नीचे आता है इसे अंग्रेजी भाषामें रिंग फिंगर भी कहते है. अब समझिये सूर्य रेखा के बारे में हाथ में सामान्य रूप से तीन स्थानों से बनती है.

मणिबंध रेखा से : जब मणिबंध से रेखा सीधा चल कर सत्य पर्वत के नीचे तक आ जाती है तो इसे सूर्य रेखा बोलै जाता है.

मस्तिष्क रेखा से :जब मस्तिष्क रेखा से सीधा चल कर की रेखा सूर्य पर्वत के नीचे आ जाती है तो इस रेखा क सूर्य रेखा भी बोला जाता है.

हृदय रेखा से : जब हृदय रेखा से सीधा चल कर कोई रेखा सूर्य पर्वत के नीचे आ जाती है तो इसे भी सूर्य रेखा बोला जाता है.मणिबंध से बानी सूर्य रेखा हमारे जीवन के शुभ प्रारब्ध कर्मो को दर्शाते है इस रेखा का प्रभाव मान सम्मान में वृद्धि करने वाला और समाज में प्रतिष्ठा दिलाने वाला होता है यह रेखा राजनीति में अच्छी पकड़ दिलाने में सहायक होती है.

मस्तिष्क रेखा से बनी सूर्य रेखा दिमागी कार्यो से प्राप्त होने वाले सफलता को दर्शाता है यह रेखा जातक को मानसिक कार्यो से सफल बनाते है.

हृदय रेखा से बनी सूर्य रेखा इसी जीवन में किये गए अच्छे कार्यो को प्रकट करता है और इसके प्रभाव से अचानक भाग्योदय होता है.

सूर्य पर्वत या फिर सूर्य रेखा पर जब गाढ़ाकाल तिल होता है जो धब्बे या छींटे के अकार का हो तो वह अशुभ मन जाता है इसके प्रभाव के चलते सरकार से दंड प्राप्ति, आँखों का रोग, सर पर चोट लगना,दुर्घटना योग, हृदय योग, पिता पक्ष से विरोध, कम आयु में पिता की मृत्यु को प्रकट करता है परन्तु इसी स्थान पर हल्का भूरापन या हल्की लालिमा लिए हुए तिल हो तो ऐसे तिल को महासौभाग्यशाली का सूचक समझना चाहिए, इस तिल के प्रभाव से जीवन राजाओ के जैसा बीतता है

अगर आपके हाथ में ऊपर बताई गयी स्तिथि के हिसाब से सूर्य का अशुभ प्रभाव बन रहा तो हमारे द्वारा बताये गए सूर्य के सरल और सटीक उपाय देखिये और सूर्य शांति जरूर करे .

आज के लिए सिर्फ इतना ही कल फिर मिलेंगे ज्ञान यात्रा में, तब तक के लिए आज्ञा चाहते है, आपका जीवन शुभ व मंगलमय हो.