प्याज के आयुर्वेदिक गुण

नमो नारायण मित्रों मैं राहुलेश्वर स्वागत करता हूँ आपका भाग्य मंथन में।

मित्रों आज हम आपको बतायेगें प्याज के आयुर्वेदिक लाभों और घरेलू उपयोग के बारे में।

इस पुण्य कार्य को करने के लिए हमारे साथ जुडने जा रहे है वनौषधि विघापति, आयुर्वेद गौरव वैघ (डाँ0) मायाराम उनियाल जी। आयुर्वेद के क्षेत्र में अपने सेवा कार्यों के लिए आपने भारत की राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटिल जी द्वारा पंडित राम नारायण वैध पुरस्कार 2006 भी प्राप्त किया है।

संस्कृत में प्याज को पलाण्डु कहते है। इसका वानस्पतिक नाम एलियम सीपा है और इसके मुख्य प्रयोज्य अंग कन्द एवं पत्र है। यह एक वर्षायु कन्द प्रदाय शाकीय पौधा है। इसका पौधा 50 से.मी. तक ऊँचा होता है। प्याज में कार्बोहाईड्रेट व लवणीय पदार्थ जैसे फासफोरस, कैल्शियम, विटामिन ए विटामिन सी काफी मात्रा में पाया जाता है।

प्याज का गुण धर्मः रस तथा पाक में मधुर, ईषत् उष्ण, कफ कारक, गुरू वतहर, वाल्य एवं वीर्यवर्धक, उत्तेजक, मूत्रजनन, अग्निवर्धक एवं उत्तम वातहर होता है।

आईये अब प्याज के घरेलू उपचार जानें।

  1. लू लगने पर प्याज के रस को पीने से फायदा होता है। कच्चे आम को आग में तपाकर प्याज के रस के साथ पिलाने से लू लगने पर विशेष लाभ होता है।
  2. उल्टी-दस्त, अपचन में प्याज के रस के साथ पुदीना की पत्तियों का रस 10 बूंद, चीनी आधा चम्मच मिलाकर दिन में 2 से 3 बार पिलाने से विशेष लाभ होता है।
  3. दिल का दौरा पड़नें पर या बेहोशी की हालत में प्याज को सुंघाना या 3-4 बूंद नाक में डालने से लाभ होता है।
  4. कान दर्द में प्याज को गरमकर इसके हल्के गुनगुने रस को कान में 2-3 बूंद डालने पर लाभ होता है।
  5. कच्चे प्याज के रस के साथ मिश्री मिलाकर चाटने से बच्चों को भूख खुलकर लगती है।
  6. आँख में धुंधलापन या आँख की रोशनी कम होने पर प्याज के रस में शहद मिलाकर डालने से विशेष लाभ होता है।
  7. प्याज को घी में गरम कर फोड़े पर बांधने से फोड़ा फूट जाता है और दर्द में भी कमी आती है।
  8. जहरीले कीड़ो या बिच्छू के काटने पर प्याज के रस को काटे हुए स्थान पर लगाने से जल्दी आराम मिलता है।
  9. कच्चा प्याज नियमित रुप से खाने से शरीर के अन्दर के इन्फेक्शन समाप्त होते है और शरीर रोगमुक्त रहता है।
  10. शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढाने में भी प्याज बहुत अच्छा रहता है नियमित रुप से प्याज का सेवन करने वाले लोगों को मोसमी वायरल कम होते है।
  11. प्याज का सेवन सलाद के रुप में करने से पुराने से पुराना मूत्र रोग सही हो जाता है।
  12. प्याज के रस को बालों की जड़ में लगाने से बालों की मोटाई बढती है और बाल असमय नहीं झड़ते।
  13. प्याज के सेवन से शरीर में इंसुलिन की मात्रा बढती है और मधुमेह होने का खतरा कम रहता है।
  14. प्याज के रस के साथ शुद्ध शहद मिलाकर नियमित रुप से भोजन के पहले चाटने से यौन रोगों में कमी आती है।
  15. जिन बच्चों को जल्दी भूलने की बीमारी हो या बढती आयु के साथ यादाश्त कमजोर होने लगे तो प्याज काटकर उसे सूघें इससे आपकी यादाश्त अच्छी होने लगेगी।

आज के लिए इतना ही कल फिर मिलेगें ज्ञान यात्रा में तब तक के लिए आपसे आज्ञा चाहते है। आपका जीवन शुभ व मंगलमय हो।

।। नमो नारायण ।।

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